Thursday, October 31, 2019

SONGS



मैं दर्दों को पास    बिठा कर ही सोऊँ
मैं दर्दों को पास    बिठा कर ही सोऊँ

जो तुझे लगता बारिश है    वो मैं हूँ जो रोऊँ
जो तुझे लगता बारिश है    वो मैं हूँ जो रोऊँ

मैं दर्दों को पास    बिठा कर ही सोऊँ


खुशियों से    मिलना भूल गए
      तुम इतना   क्यूँ हमसे दूर गए ??

कोई किरण   इक दिन आएगी
      तुम तक हम    को लेके जायेगी !!


मैं राह पे आँख    बिछाके ही सोऊँ
मैं राह पे आँख    बिछाके ही सोऊँ


जो तुझे लगता बारिश है,    वो मैं हूँ जो रोऊँ
जो तुझे लगता बारिश है,    वो मैं हूँ जो रोऊँ

मैं दर्दों को पास    बिठा कर ही सोऊँ

पंख अगर होते
      उड़ के चला मैं आता
            रुकता न एक पल


क़ैद ये कैसी ख़ुदा
       सांस भी रूठी है
              सीने में आज कल

आज कल, आज कल, आज कल
आज कल, आज कल, आज कल

मैं दर्दों को पास   बिठा कर ही सोऊँ
मैं दर्दों को पास    बिठा कर ही सोऊँ


जो तुझे लगता बारिश है,    वो मैं हूँ जो रोऊँ
जो तुझे लगता बारिश है,    वो मैं हूँ जो रोऊँ


मैं दर्दों को पास      बिठा कर ही सोऊँ |



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